प्रदेश में किसानों की फसलों और सड़कों पर आम जनता के लिए परेशानी का सबब बन रहे जानवरों को सरकार अब पशुधन विभाग की ओर से आश्रय स्थलों पर भेज रही है. जिससे किसानों और आम जनता को राहत मिलेगी. गायें और अन्य जानवर सड़कों और खेतों में खुलेआम घूमते हैं, फसलों को नुकसान पहुंचाने के अलावा सड़कों पर दुर्घटनाओं का कारण भी बनते हैं और इन जानवरों को सड़कों पर नुकसान भी उठाना पड़ता है। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार के पशुधन विभाग द्वारा खुले में घूमने वाले मवेशियों और अन्य जानवरों को पकड़कर आश्रय स्थलों पर भेजने के लिए 1 नवंबर से 31 दिसंबर तक अभियान चलाया जा रहा है.WHATSAPP (व्हाट्सएप्प) पर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ लिंक पर क्लिक करे https://whatsapp.com/channel/0029VaAdnPFBA1esytR1Q047
पशुधन मंत्री के सख्त आदेश
ये भी पढ़े:
- राशन कार्ड बड़ी अपडेट: ये लोग होंगे सूचि से बाहर, जल्दी करे ये काम
- नीलगाय हिरन जैसे जानवरों से छुटकारा सिर्फ 1 रूपये में , अपने खेत में करे ये काम
उत्तर प्रदेश के पशुधन राज्य मंत्री धर्मपाल सिंह के अधिकारियों को सख्त आदेश जारी किए गए हैं, जिसमें सड़कों पर खुले में घूमती नजर आने वाली गायों को तुरंत 31 दिसंबर तक गौशाला में वापस भेजने के निर्देश दिए गए हैं. इसके बाद भी जानवर सड़कों और खेतों पर नजर नहीं आने चाहिए। ये सख्त आदेश जारी किए गए हैं, अगर काम में लापरवाही बरती गई तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
आए दिन गायें हादसों का शिकार हो रही हैं
ये भी पढ़े:
- आज का मंडी भाव देखे 5 दिसम्बर सभी मंडियों का भाव यहाँ देखे AAJ KA MANDI BHAV
- सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की गोली मारकर हत्या , श्री राष्ट्रिय राजपूत करणी सेना के प्र्देशाद्य्क्ष थे सुखदेव गोगामेड़ी
- क्या सरसों का भाव छू पायेगा 7000 का आंकड़ा? क्या कम भाव में सरसों को बेचना ठीक रहेगा? जानिए सरसों स्पेशल तेजी मंदी रिपोर्ट 2023
सड़कों पर खुलेआम घूमने वाली गायें हादसों का शिकार हो रही हैं और किसानों की फसलों को भी नुकसान हो रहा है। और इस समस्या से निजात पाने के लिए प्रदेश में 1 दिसंबर से 31 दिसंबर तक अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें कोई भी मवेशी सड़कों और खेतों में नजर नहीं आएगा, उन्हें संरक्षित स्थानों पर भेजा जाएगा. सरकार ने 226 अस्थायी गौशालाओं का निर्माण कराया है जबकि 473 गौशालाओं का विस्तार किया गया है. प्रदेश में कुल 7017 गौशालाएं हैं जिनमें 1314234 गायें संरक्षित हैं।