देश की इस मंडी में सरसों की आवक ने सबकों चौंकाया  mustard daily arrivals

mustard daily arrivals – दक्षिणी हरियाणा, खासकर चरखी दादरी, में सरसों की आवक में हुई वृद्धि ने सबको चौंका दिया है। व्यापारिक सूत्रों ने कहा कि क्षेत्र में सरसों की नई फसल की आवक का श्रीगणेश हुए करीब 10-12 दिन ही हुए हैं, लेकिन इसकी नवीनतम आवक में भारी वृद्धि हुई है।

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उन्होंने आगे बताया कि इसका प्रमुख कारण सरकार की खरीद है। गौरतलब है कि चालू सीजन के लिए सरकार ने सरसों की न्यूनतम समर्थन कीमत (एमएसपी) 5650 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित की गई है। राज्य में इस प्रमुख तिलहन की एमएसपी पर सरकारी खरीद भी चल रही है। हालांकि नई सरसों में नमी निर्धारित मानकों से अधिक आ रही है।

चरखी दादरी मंडी को बनाया गया खरीद केंद्र

बहरहाल, चरखी दादरी मंड़ी स्थित व्यापारी भारत भूषण ने बताया कि हमारे क्षेत्र में स्थित सरकारी खरीद केन्द्र पर सरसों की आवक बढ़ती हुई आज करीब 20-25 हजार कट्टांों (50 किलोग्राम प्रत्येक) के ऊंचे स्तर पर जा पहुंची। आवक के इस नवीनतम स्तर को जिसने भी सुना, वह चौंक गया। इसका प्रमुख कारण यह है कि क्षेत्र में इस प्रमुख रबी तिलहन की आवक का श्रीगणेश करीब 10-12 दिन पूर्व ही हुआ था और इतने कम समय में ही इसकी इतनी ऊंची आवक होने लगी है। हालांकि दक्षिण हरियाणा के अन्य प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में भी इसकी आवक में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

भिवानी मंड़ी स्थित व्यापारी बाबूलाल सिंघल ने बताया कि गत सप्ताहांत तक मंड़ी में सरसों की करीब 100-200 बोरियों की नाममात्र को ही आवक हो रही थी, जोकि आज बढ़कर करीब दो-ढाई हजार बोरियों की हुई। इसी प्रकार, नारनौल मंड़ी में गत सप्ताहांत तक सरसों की करीब 3 हजार बोरियों की आवक हो रही थी,

जोकि अंतिम सूचना के समय बढ़कर करीब 5-6 हजार बोरियो की होने की जानकारी मिली। हांसी मंड़ी में भी सरसों की करीब चार-पांच हजार बोरियों की आवक होने की सूचना मिली। श्री भारत भूषण ने सरसों की आवक में हुई नवीनतम वृद्धि के लिए केवल इसकी एमएसपी पर सरकारी खरीद को जिम्मेदार बताया। उन्होंने आगे बताया कि हमारे क्षेत्र में सरसों की कटाई पहले ही शुरू हो गई थी लेकिन किसान सरकारी खरीद शुरू होने का इंतजार कर रहे थे। कटाई के बाद उन्होंने अपनी इस फसल को अपने घरों पर रखकर ही काफी हद तक सुखा भी लिया है।

भाव में उछाल के साथ आवक में बम्म्फर उछाल mustard daily arrivals

उन्होंने आगे बताया कि यही वजह है कि न केवल हमारे क्षेत्र में एकाएक सरसों की नई फसल की आवक में नवीनतम उछाल आया है बल्कि इसकी सरकारी खरीद में भी तेजी आ गई है।

आवक बढ़ने और सरकारी खरीद की गति भी बढ़ने के बाद भी दक्षिणी हरियाणा की विभिन्न प्रमुख मंड़ियों में सरसों और सरसों तेल की कीमतों में आज मजबूती की स्थिति देखी गई। श्री भारत भूषण ने बताया कि हमारे यहां सरसों एक्सपैलर 150-200 रुपए तेज होकर 10,050/10,150 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। इसके समर्थनम में सरसों भी 4950/5050 रुपए प्रति क्विंटल पर 50 रुपए बढ़ाकर बोली गई। इसी प्रकार, भिवानी मंड़ी में सरसों और सरसों तेल क्रमशः 5100/5200 रुपए और 10,100/10,150 रुपए प्रति क्विंटल के पूर्वस्तर पर ही मजबूती से रुका रहा। हांसी मंड़ी में भी इसकी कीमत क्रमश: 5000/5100 रुपए ओर 10,000/10,100 रुपए प्रति क्विंटल के पूर्वबंद स्तर पर मजबूती से डटी होने की सूचना मिली। व्यापारिक सूत्रों का

मानना है कि यदि आने वाले दिनों में सरसों की आवक में और वृद्धि होनी स्वाभावित है। अतः आने वाले दिनों यदि आवक और बढ़ती भी है लेकिन एमएसपी पर इसकी खरीद तेजी से होती रही तो इस प्रमुख रबी तिलहन की कीमतों में मंदी आने की आशंका लगातार कमजोर होती जाएगी।