तेल मिलों की मांग सुधरने से सरसों की कीमतों में बढ़ोतरी, दैनिक आवक में हुआ इजाफा

नई दिल्ली। तेल मिलों की मांग सुधरने के कारण घरेलू बाजार में शनिवार को सरसों की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई।
जयपुर में कंडीशन की सरसों के दाम 25 रुपये बढ़कर दाम 5,425 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 6.25 लाख बोरियों की हुई। विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में चालू सप्ताह के अंत में मिलाजुला रुख रहा था। जानकारों के अनुसार विश्व बाजार में खाद्वय तेलों की कीमतों में हल्का सुधार तो बन सकता है, लेकिन अभी बड़ी तेजी के आसार नहीं है। घरेलू बाजार में सरसों तेल की कीमतें आज स्थिर हो गई, जबकि इस दौरान सरसों खल के भाव में तेजी दर्ज की गई.

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उत्पादक मंडियों में शनिवार को सरसों की दैनिक आवकों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। व्यापारियों के अनुसार उत्तर भारत के उत्पादक राज्यों में मौसम खराब बना हुआ है तथा बारिश हुई तो सरसों की दैनिक आवक प्रभावित होगी। हालांकि मौसम अनुकूल रहा तो सरसों की दैनिक आवक अभी बराबर बनी रहने की उम्मीद है वैसे भी चालू रबी में सरसों का उत्पादन अनुमान ज्यादा है। घरेलू बाजार में सरसों तेल में सीमित मांग बनी रहने का अनुमान है, लेकिन इसकी कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक आयातित खाद्वय तेलों के दाम पर ही निर्भर करेगी।

जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमतें शनिवार को लगभग स्थिर हो गई। कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 1,005 रुपये प्रति 10 किलो पर स्थिर हो गए, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के दाम भी 995 रुपये प्रति 10 किलो पर स्थिर बने रहे। जयपुर में शनिवार को सरसों खल के भाव 20 तेज होकर दाम 2,545 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

ये रही आवक

देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 6.25 लाख बोरियों की ही हुई, जबकि पिछले कारोबारी दिवस में आवक पांच लाख बोरियों की ही हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में सरसों की 3.50 लाख बोरी, जबकि मध्य प्रदेश की मंडियों में 60 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 70 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 35 हजार बोरी तथा गुजरात में 20 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 90 हजार बोरियों की आवक हुई।