2024 के पहले महीने में ही ग्वार को दबाया देखे मंदी का सबसे बड़ा कारण ; ग्वार रिपोर्ट 2024

ग्वार रिपोर्ट 2024 – सितम्बर में नया ग्वार शुरू हुआ, जनवरी का पहला सप्ताह समाप्त हो गया और ग्वार आमदनी 15 हजार बोरी से नीचे रह गई, सीजन का करीब 75 फीसदी ग्वार आ चुका, अभी तक सीजन चल रहा था और डीमेट में ग्वार गम बढा, वायदा में जबरदस्त मंदी का रुख देखने को मिला और ग्वार गम के भाव 10 हजार के करीब लाकर खङे कर दिये, तेजी के व्यापरीयों को बङा नुकसान हुआ और अप्रत्याशित मंदी के कारण कभी फसल पर सवाल उठे तो कभी डिमांड पर शक हुआ, ऐसे में मंदी के बङे बङे टार्गेट पेश किये जा रहे हैं 9800-9200 और 8500 रुपये तक के अनुमान गम के और 4500-4200 तक के भाव ग्वार के सुनने को मिल रहे हैं।ग्वार रिपोर्ट 2024 आगे देखे.

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फंडामेंटल मजबूत है ग्वार के फिर मंदी क्यूँ ?

फसल उम्मीद से ज्यादा नहीं है यह बात आज स्वीकार करने में कोई हर्ज नहीं मानता, शायद कुछ दिन पहले बङी फसल बोलने और समझने वालों के आज समझ आ रही होगी कि फसल वास्तव में 60 लाख बोरी से ज्यादा नहीं है। आज दिन तक 35 लाख बोरी काऊंटिग नहीं हुई, सीधा आंटा टेढा मिलाकर 10 लाख बोरी से ज्यादा कैसे मानोगे, 15 लाख बोरी से ज्यादा नया ग्वार बचा नहीं है। कोरमा और चूरी की अच्छी ग्राहकी और बढते भावो के बावजूद, डिमांड में हाजिर गम के ncdex से 400 से 500 रुपये प्रति क्विंटल उपर होने के बावजूद ग्वार गम को नाजायज रूप से दबाने वाले ओपरेटर अपनी मनमानी या अनीति को ज्यादा दिन सफल नहीं बना सकते, हो सकता है

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खपत कहा से होगी पूरी वायदा में जबरन मंदी

हैजर से गम लेकर गम की डिमांड पूरी करवाने में ये लोग सफल हो जायें मगर यह बात भी नहीं भूलनी चाहिए कि कोरमा और चूरी की पूर्ती के लिए देश में हर महिने दस लाख बोरी ग्वार की क्रेसिंग करनी पङेगी, तेजी मंदी सबजैक्ट नहीं पर दस हजार के नीचे गम के भाव और पांच हजार नीचे के ग्वार के भाव पिछले तीन साल के न्यूनतम भाव साबित हो रहे हैं।

हो सकता है बङे ओपरेटरों के किसानों से डायरेक्ट सबंध होगे और किसानो ने उनके कान में नरमा ना बीजकर केवल ग्वार बीजने का संदेश प्रेषित किया होगा अथवा समझदार ओपरेटर अगले तीन महिनो में एग्री फ्री करवाकर ग्वार 4500 कर देंगे मगर डिमांड सपलाई के अनुसार अगले महिनो में ग्वार की सोर्टेज दिखाई देगी,हो सकता है सट्टा मंदा कर दे ताकत का सट्टा होता है ,मगर ये याद रखना चाहिये कि ग्वार है और ग्वार में नाजायज करने वालो का नाम इतिहास के पन्नो में लिखा हुआ है।

गुवार गम मे ग्राहकी अच्छी है 2 दिन से

मंदी खेलने वालो के लिए डीमेट बडा स्पोट है पहले आमदनी का था दुसरा कारण होगा हैजर का माल निकालना तिसरा कारण होगा स्टोकिष्ट का माल निकालना अगर एक्सपोर्ट सौदे अच्छे होगे तो हाजिर का ना मिलकर डिमेट का माल निकलेगा .

1 जनवरी से 7 जनवरी तक 98 हजार बोरी आई है 17 हजार बोरी की एवरेज इस हिसाब से जनवरी मे
4 लाख के आसपास आमदनी आयेगी