चना 6500 पार क्या आगे और बढेगा बाजार बनाएगा नया रिकॉर्ड – चना भाव में तेजी कब आएगी 2024

चना भाव में तेजी कब आएगी 2024 – नई दिल्ली, 27 अप्रैल देसी चने का उत्पादन कम होने तथा आयात पड़ता महंगा होने से दो दिन में 100 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आ गयी है तथा वर्तमान भाव में घटने की गुंजाइश नहीं है तथा यहां से व्यापार फिर लाभ दे जाएगा।

चना के भाव और बाजार 2024

देसी चने का उत्पादन मध्य प्रदेश महाराष्ट्र राजस्थान आंध्र प्रदेश कर्नाटक सहित सभी उत्पादक राज्यों में कम होने से वहां की मंडियों में आपूर्ति, गत वर्ष की समान अवधि की तुलना में 27-28 प्रतिशत कम हो रही है। दूसरी ओर सभी दालों में देसी चने की दाल सस्ती बिकने से इसकी खपत काफी बढ़ गई है।

अभी दो दिन के अंतराल 100 रुपए बढ़कर राजस्थानी चने के भाव 6400 रुपए ऊपर में खड़ी मोटर में हो गए थे। पिछले एक माह के अंतराल इसमें 550 रुपए प्रति कुंतल की तेजी आ चुकी हैजो पिछले सप्ताह मुनाफा वसूली बिकवाली आने से 100 रुपए का करेक्शन लिए आज 6300/6325 रुपए के नीचे में व्यापार हो गया था।

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उत्पादन में कमी और मिलो की खरीद

इधर इंदौर भोपाल ग्वालियर आगरा आदि मंडियों में चने की आपूर्ति कम होने से दिल्ली के पड़ते से ऊंचे भाव चल रहे हैं। उधर कोटा मंडी में देसी चना 6000/6100 रुपए प्रति क्विंटल एवरेज क्वालिटी का बिक रहा है। नोहर भादरा सवाई माधोपुर तारानगर सरदारशहर लाइन में भी इस बार चना की क्वालिटी हल्की आ रही है तथा प्रति हैक्टेयर उत्पादकता कम बताई जा रही है।

यही कारण है कि वहीं पर लोकल दाल मिलें, उन मालों को खरीद रही हैं। दिल्ली सहित उत्तर भारत की अन्य मंडियों में माल कम आ रहा है, महाराष्ट्र में इस बार चापा चना भी कम आया था तथा जो माल एवरेज क्वालिटी का निकला है, वह जलगांव अकोला लाइन की दाल मिलों में 60 प्रतिशत खप गया है।

अभी नई फसल आए मुश्किल से ढाई महीने हुए हैं, इसलिए उक्त उत्पादक क्षेत्रों की भी स्थिति उत्पादन के मामले में ठीक नहीं है। इधर इंदौर लाइन का माल कुछ बढ़िया क्वालिटी के कर्नाटक आंध्र प्रदेश की दाल मिलें खरीद चुकी हैं तथा ग्वालियर लाइन में भी ऊंचे भाव हैं,

चना भाव में तेजी कब आएगी 2024 ,स्टॉक हुआ खतम

भोपाल सागर बीनागंज लाइन में भी आवक कम होने से भाव ऊंचे चल रहे हैं। नीमच रतलाम लाइन में भी माल अनुकूल नहीं है, इन परिस्थितियों में सकल उत्पादन 68-70 लाख मैट्रिक टन का होने का अनुमान व्यापारी लगा रहे हैं। हम मानते हैं कि एक साथ आई तेजी के बाद दाल एवं साबुत चने में भी मंडियों में करेक्शन आया है तथा कारोबारी सरकार की दहशत में डरे हुए हैं, इन सब के बावजूद भी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ऊंचे भाव होने से आयात के पड़ते नहीं है तथा पुराना स्टॉक पहले ही समाप्त हो गया था।

वहीं दाल मिलों में भी स्टॉक अनुकूल नहीं है, इन परिस्थितियों में 6400 रुपए प्रति क्विंटल खड़ी मोटर में लॉरेंस रोड पर चना जो आज बना हुआ है, इससे आगे चलकर बाजार तेज रहने की संभावना है।