Farming Expert, New Delhi : मुद्रास्फीति (मुद्रास्फीति) पर सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में, नए साल की होली (होली) और त्योहार के दौरान खाद्य तेल की कीमतें (खाद्य तेल की कीमत) नियंत्रित सीमा के उद्देश्य से छूट की छूट की अवधि 1 साल बढ़ा दी गई है।
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बता दें कि सरकार ने इस साल जून में पाम तेल, कच्चा सूरजमुखी तेल और कच्चा सोया तेल आपको कस्टम पर मार्च 2024 से 17.5% से ज्यादा 12.5% कर दिया था। अंतिम संस्कार नियंत्रण से बाहर हो रही है। अब इसे मार्च 2025 तक बढ़ाया गया है।
अपनी जरूरत का 60% हिस्सा भारत से पूरा होता है
भारत दुनिया में खाद्य तेल (खाद्य तेल) का सबसे बड़ा आयातक देश है। यह अपनी 60% आवश्यकता से पूरी तरह से जुड़ा हुआ है। देश में मुख्य रूप से इंडोनेशिया,
मलेशिया और वियतनाम से पाम तेल की खरीद होती है जबकि यह अर्जेंटीना और ब्राजील से सोयाबीन (सोयाबीन) और सूरजमुखी तेल (सूरजमुखी तेल) का आयात करता है।
सनफ्लावर सीड ऑयल, एडीबल ग्रेड सन फ्लावर ऑयल और आरबीडी पाम का आगमन मार्च, 2025 तक घाटी घाटी पर हो जाएगा। वित्त मंत्रालय ने जारी किया नोटिफिकेशन.
हालांकि सोयाबीन ऑयल, एडिबल ग्रेड भी और क्रूड पाम ऑयल पर 31 मार्च, 2024 तक ही छूट की श्रेणी में होगी। यानि नए वित्त वर्ष में कस्टम छूट नहीं होगी।