आज की मंडी भाव रिपोर्ट : दाल मिलों की मांग कमजोर होने से उड़द एवं चना में मंदा, अरहर तथा मसूर में मिलाजुला रुख

आज की मंडी भाव रिपोर्ट : नई दिल्ली। दाल मिलों की खरीद कमजोर होने से घरेलू बाजार में बुधवार को उड़द एवं चना की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि इस दौरान अरहर एवं मसूर की कीमतों में मिलाजुला रुख रहा। मूंग के दाम आज भी स्थिर बने रहे।

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केंद्रीय उपभोक्ता मामले मंत्रालय में सचिव ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर दालों के बाजार में कृत्रिम हेरफेर के बारे में जांच करने को कहा है, इससे सभी ने वायदा कारोबार के भाव देना बंद कर दिया है, एजेंसियां अप्रैल, मई और जून की दरें नहीं दे रही हैं। केंद्रीय उपभोक्ता मामले मंत्रालय में सचिव के अनुसार चालू सीजन में अरहर का उत्पादन 34 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि 10 लाख टन के करीब आयात होने से कुल उपलब्धता 44 लाख टन की बैठेगी।

उड़द का बाजार आज की मंडी भाव

भारत ब्रांड के तहत अभी तक सरकार 5.50 लाख टन चना दाल की बिक्री कर चुकी है। चेन्नई में बर्मा की उड़द एफएक्यू और एसक्यू की कीमतें स्थिर हो गई। दौरान लेमन अरहर की कीमतें भी पूर्व स्तर पर स्थिर बनी रही। उड़द एफएक्यू के भाव अप्रैल एवं मई शिपमेंट के 1,035 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ पर स्थिर हो गए, जबकि इस दौरान एसक्यू उड़द के भाव 1,120 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ बोले गए। चेन्नई में लेमन अरहर के दाम 1,260 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ पर स्थिर हो गए। घरेलू बाजार में दाल मिलों की मांग कमजोर होने से आयातित उड़द के दाम नरम हुए हैं।

व्यापारियों के अनुसार मार्च क्लोजिंग के कारण सप्ताह भर मिलों की मांग सीमित बनी रहने की उम्मीद है। हालांकि उड़द के आयात पड़ते महंगे हैं, जिस कारण आयातक इसके दाम तेज करना चाहते हैं, लेकिन बड़ी तेजी टिक नहीं पायेगी। उड़द दाल में खुदरा एवं थोक मांग सामान्य की तुलना में कमजोर है, जबकि तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में नई उड़द की आवक पहले की तुलना में बढ़ी है। आगामी दिनों में बर्मा में नई फसल की आवकों में बढ़ोतरी होगी, जिस कारण इसका आयात बढ़ने की उम्मीद है।

वैसे भी सरकार की सख्ती को देखते हुए दाल मिलें उड़द की खरीद जरुरत के हिसाब से ही कर रही हैं। घरेलू बाजार में अरहर की कीमतों में मिलाजुला रुख है।

अरहर हुई महंगी

अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर के तेज हुए, जबकि लेमन के दाम मुंबई में नरम हो गए। हालांकि अरहर के आयात पड़ते महंगे है, इसलिए आयातक दाम तेज करना चाहते हैं।

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व्यापारियों के अनुसार स्टॉकिस्टों की सक्रियता से अरहर की कीमतों में हल्का सुधार तो बन सकता है, लेकिन अभी बड़ी तेजी के आसार नहीं है। थोक के साथ ही खुदरा में अरहर दाल में ग्राहकी उम्मीद के अनुसार बढ़ नहीं पा रही है क्योंकि केंद्र सरकार लगातार दलहन की कीमतों की लगातार समीक्षा कर रही है। घरेलू मंडियों में अभी देसी अरहर की आवक बनी रहेगी। आगामी दिनों में म्यांमार के साथ ही अफ्रीकी देशों से अरहर का आयात बढ़ेगा। ऐसे में इसके भाव में अभी एकतरफा बड़ी तेजी मानकर व्यापार नहीं करना चाहिए।

हालांकि प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में अरहर के उत्पादन अनुमान में कमी आने की आशंका है।

दाल मिलो के कारण चने के भाव में गिरावट

दाल मिलों की खरीद कमजोर होने से दिल्ली में चना के भाव में दूसरे दिन भी गिरावट दर्ज की गई। नई फसल की आवकों को देखते हुए, व्यापारी अभी चना के भाव में बड़ी तेजी के पक्ष में नहीं है। उत्पादक राज्यों में मौसम साफ रहा तो फिर नए चना की आवकों में अगले सप्ताह से बढ़ोतरी हो जायेगी।

उत्पादक मंडियों में चना के दाम समर्थन मूल्य से ऊपर है, जिस कारण मौजूदा कीमतों में दाल मिलें जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रही है। हालांकि चालू सीजन में चना का उत्पादन अनुमान कम है, लेकिन एक बार आवकों का दबाव बनने पर कीमतों में मंदा आयेगा। खपत का सीजन होने के कारण चना दाल एवं बेसन की मांग अभी बनी रहेगी। मुंबई में कनाडा की पीली मटर के दाम 4,150 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।

इस दौरान हजिरा बंदरगाह पर रसिया की पीली मटर के दाम 4,000 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। मुंद्रा बंदरगाह पर रसिया की पीली मटर के भाव 4,000 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। दिल्ली में देसी मसूर के दाम नरम हुए हैं, जबकि हजिरा बंदरगाह पर आयातित की कीमतें तेज हुई।

मसूर के दाम

व्यापारियों के अनुसार नई फसल की आवक बढ़ रही है जिस कारण आगामी दिनों में इसके भाव में नरमी आने का अनुमान है। मौसम अनुकूल रहा तो मध्य प्रदेश के साथ ही उत्तर प्रदेश की मंडियों में अप्रैल के पहले सप्ताह तक नई फसल की आवकों का दबाव बनेगा। वैसे भी चालू रबी में मसूर की बुआई पिछले साल की तुलना में बढ़ी है, जिस कारण उत्पादन अनुमान भी ज्यादा है। इसलिए इसके भाव में बड़ी तेजी मानकर व्यापार नहीं करना चाहिए। हालांकि आयातकों के पास उंचे भाव का स्टॉक है, तथा उत्पादक मंडियों में पुरानी देसी मसूर की स्टॉक सीमित मात्रा में ही बचा हुआ है। आज की मंडी भाव

मुंग की नयी फसल आने में अभी देरी

मूंग के भाव उत्पादक राज्यों में स्थिर ही बने हुए हैं। व्यापारियों के अनुसार खपत का सीजन होने के कारण मूंग दाल में मांग अभी बनी रहेगी, वैसे भी रबी सीजन में इसकी बुआई पिछले साल की तुलना में कम हुई थी, जिस कारण उत्पादन अनुमान कम है।

हालांकि उत्पादक राज्यों में आगामी दिनों में नई मूंग की दैनिक आवक बढ़ेगी, तथा अगले सप्ताह से इसकी आवकों में बढ़ोतरी की उम्मीद है। इसलिए मौजूदा कीमतों में सीमित तेजी, मंदी बनी रह सकती है। चालू समर सीजन में मूंग की बुआई पिछले साल की तुलना में बढ़ी है। चेन्नई में एसक्यू उड़द फसल सीजन 2023/24 के दाम 50 रुपये कमजोर होकर 9,350 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान एफएक्यू के दाम 25 रुपये बढ़कर 8,875 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

दलहन का बाजार 2024

delhi में एसक्यू उड़द फसल सीजन 2023/24 के दाम 75 रुपये कमजोर होकर 9,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान एफएक्यू के दाम 25 रुपये कमजोर होकर 9,125 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। मुंबई में उड़द एफएक्यू के दाम 8,875 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इंदौर मंडी में बोल्ड उड़द के भाव 8,100 से 8,800 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। चेन्नई में लेमन अरहर के दाम फसल सीजन 2024 के 25 रुपये कमजोर होकर दाम 10,125 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। देसी अरहर की कीमतें सोलापुर में तेज हुई, जबकि इंदौर, अकोला, कुरनूल और रायपुर में स्थिर बनी रही। मुंबई में लेमन अरहर के दाम शाम के सत्र में 50 रुपये घटकर 10,100 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

 दिल्ली में लेमन अरहर के दाम शाम के सत्र में 50 रुपये घटकर 10,450 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। मुंबई में अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर की कीमतें तेज हुई। सूडान से आयातित अरहर के दाम 100 रुपये बढ़कर 10,300 से 10,400 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान गजरी अरहर के भाव 100 रुपये तेज होकर 9,350 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। मतवारा अरहर के भाव 100 रुपये बढ़कर 9,250 से 9,350 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। सफेद अरहर की कीमतें 100 रुपये तेज होकर 9,500 रुपये प्रति क्विंटल हो गई।

दिल्ली मंडी में चना और मसूर भाव आज का

देसी मसूर के दाम 25 रुपये घटकर 6,250 से 6,275 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। कनाडा की मसूर की कीमतें कंटेनर में 6,150 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गई। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें कंटेनर में 5,950 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गई। मुंद्रा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के दाम 5,950 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान हजीरा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के भाव 25 रुपये तेज होकर 6,000 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

delhi में राजस्थान लाइन के नए चना के दाम 75 रुपये कमजोर होकर 5,675 से 5,700 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान मध्य प्रदेश लाइन के नए चना के भाव 25 रुपये घटकर 5,700 से 5,725 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। जयपुर मंडी में मूंग के बिल्टी भाव 8,100 से 8,850 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इंदौर में मीडियम मूंग के दाम 7,500 से 8,000 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। जलगांव मंडी में पुरानी समर मूंग के दाम 8,800 से 9,600 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। सुमेरपुर मंडी में देसी मूंग के दाम 5,950 से 8,050 रुपये प्रति क्विंटल क्वालिटी अनुसार बोले गए।