कहीं नकली घी तो नहीं खा रहे हैं आप? नुकसान से बचने के लिए इन तरीकों से करें पहचान

Farming Expert, New Delhi :घी हमारी सेहत के लिए बहुत जरूरी है. स्वाद और सेहत को ध्यान में रखते हुए हम खाने में घी का इस्तेमाल करते हैं. शुद्ध घी की कीमत बहुत ज्यादा है.

कई बार व्यापारी भारी मुनाफा कमाने के लिए इसमें मिलावट कर देते हैं। मिलावटी घी खाने से हमें फायदे की जगह काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है. बाजार में हमें मिलावटी और नकली घी थोड़ा सस्ता मिल जाता है। पैसे बचाने के लिए ग्राहक अपने स्वास्थ्य को जोखिम में डालते हैं।

इसलिए बहुत जरूरी है कि हमें असली और नकली घी के बीच का अंतर पता हो ताकि शरीर को कोई नुकसान न हो, घी की शुद्धता जांचने के लिए ये तरीके अपनाएं।

घी में मिलाई जाती हैं ये चीजें

घी में मिलावट करने के लिए वनस्पति घी, घटिया गुणवत्ता का तेल, वनस्पति तेल, पिघला हुआ मक्खन, हाइड्रोजनीकृत तेल, मसले हुए आलू, मसला हुआ जिमीकंद और शकरकंद भी मिलाया जाता है। ये चीजें घी में आसानी से मिल जाती हैं और इन्हें देखकर पहचाना नहीं जा सकता.

जाने घी की शुद्धता की पहचान कैसे करें?

पानी से करें पहचान- असली देसी घी की पहचान पानी से की जा सकती है. एक कटोरे में थोड़ा सा पानी लें और उस पर घी की बूंदें डालें। अगर घी नीचे बैठ जाए तो यह नकली घी है। शुद्ध घी पानी पर तैरता है।

हथेली पर मलें- थोड़ा सा घी लें और उसे हथेली पर अच्छी तरह मलें. अगर कुछ देर बाद घी की खुशबू आए तो वह असली है, अगर उसमें कोई दुर्गंध आती है तो वह नकली घी है, उसमें मिलावट की गई है।

नमक से पहचानें शुद्धता-

एक बर्तन में दो-तीन चम्मच घी में आधा चम्मच नमक और एक या दो बूंद हाइड्रोक्लोरिक एसिड मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें. इस मिश्रण को 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें. इसके बाद देखें कि इस मिश्रण का रंग बदला है या नहीं. अगर घी लाल या किसी अन्य रंग का दिखाई दे तो यह मिलावटी है।

उबालकर चेक करें –

घी को उबालकर ठंडा होने के लिए अलग रख दें और अगर इसमें से खुशबू आ रही है और दानेदार है तो यह असली घी है. अगर कोई गंध आ रही है तो वह मिलावटी घी है।