देसी चना नए रिकॉर्ड की और आगे बढेगा वही काबुली चना कारोबार भी तेज हुआ : chana mandi news

chana mandi news- नमस्कार किसान साथियो चना के बाजार में उठापटक का दौर लगातार जारी है .बीते दिन कल 24 मई को दिल्ली मंडी में राजस्थान लाइन ( जयपुर ,शेखावाटी )और मध्यप्रदेश लाइन में गिरावट देखने को मिली बाजार खुलने के समय लेकिन व्यापार बहुत कम देखने को मिला . नो ट्रेड भाव में 50 से 75 रु की गिरावट शाम तक रही . लेकिन शाम को दिल्ली मंडी चना 7000 रु पार वापिस चला गया जिसका असर आज हमें देसी चना बाजार में देखने को मिल सकता है . उत्पादन कम है और माल स्टॉकिस्ट के पास है जिससे बाजार तेज रहेगा

देसी चना का भाव और बाजार chana ka bhav today

नई दिल्ली, 24 मई देसी चने का उत्पादन इस पर 67-68 लाख मीट्रिक टन के करीब रह गया है, जबकि हमारे खपत 115/120 लाख टन की है। गौरतलब है कि पिछले 5 वर्षों से देसी चने में कारोबारी एवं किसानों को कोई विशेष लाभ नहीं मिला था। दूसरी ओर अन्य दलहनों में भारी तेजी उत्पादकों को मिल चुकी थी, जिससे इस बार मध्य प्रदेश राजस्थान आंध्र प्रदेश कर्नाटक एवं महाराष्ट्र उक्त पांचो राज्यों में बिजाई कम हुई थी। वहीं मौसम प्रतिकूल होने से प्रति हेक्टर उत्पादकता भी कम आई है। यही कारण है कि माल शॉर्टेज में लगातार बढ़ता जा रहा है। लॉरेंस रोड पर 7025 रुपए प्रति कुंतल बिकने के बाद थोड़ा करेक्शन के बाद फिर 7500 रुपए लगता है।

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नई दिल्ली, 24 मई  इस बार आंध्र प्रदेश कर्नाटक का माल ज्यादा नहीं आने से उत्तर भारत के कारोबारियों का मनोबल तेजी में आ गया है, जिससे ग्राहकी कमजोर होने के बावजूद भी ज्यादा घटाकर व्यापार नहीं हो रहा है। इन सबके बावजूद सकल उत्पादन में भारी वृद्धि इस बार हुई है तथा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ऊंचे भाव चल रहे हैं, इसलिए काबुली चने का व्यापार लंबी तेजी का नहीं करना चाहिए। गौरतलब है कि निर्यातकों का सपोर्ट नहीं है। दूसरी ओर गत वर्ष 18 लाख मीट्रिक टन काबुली चने का उत्पादन हुआ था, जो इस बार 30 लाख मीट्रिक टन हुआ है तथा भोपाल इंदौर लाइन में कारोबारी माल को रोक लिए हैं, अतः वर्तमान में जरूर का ही व्यापार करना चाहिए।

नोट – किसान साथियो व्यापार अपने विवेक से करे हमारा उदेश्य सिर्फ किसानो तक स्टिक जानकारी पहुचना है . बाजार गतिविधि एक अनुमान है .किसी भी प्रकार की आर्थिक हानि और लाभ के लिए फार्मिंग एक्सपर्ट टीम जिमेवार नहीं है . धन्यवाद जय जवान जय किसान