वैज्ञानिको ने तैयार की गेहूं की ख़ास किस्म, बिना खाद और 2 सिचाई में होगी तैयार

अगर आप भी किसान हैं तो आज की खबर आपके लिए है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने किसानों को बड़ा तोहफा देने की तैयारी कर ली है. आपको बता दें कि यूनिवर्सिटी ने किसानों के लिए गेहूं की एक ऐसी किस्म विकसित की है जो कम खाद और पानी में बंपर पैदावार देती है. इसे विशेषज्ञों की अखिल भारतीय कार्यशाला से भी हरी झंडी मिल गई है। खास बात यह है कि यह बीज पीला रतुआ रोग प्रतिरोधी है।

किसानों को जल्द ही बड़ी सौगात मिलेगी

भूजल स्तर तेजी से गिर रहा है। बढ़ती जनसंख्या भी समस्या बढ़ा रही है, ऐसे में खाद्यान्न उत्पादन एक चुनौती बनता जा रहा है। इसी बीच अब हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा कम खाद और पानी में बंपर पैदावार देने वाली गेहूं की एक किस्म विकसित की गई है. जानकारी देते हुए बताया कि एचएयू द्वारा विकसित की गई नई किस्म डब्ल्यूएच 1402 है। सिर्फ दो बार सिंचाई करके किसान प्रति एकड़ 60 से 68 क्विंटल तक उत्पादन कर सकेंगे। इसमें पोषक तत्व भी अधिक होंगे, फिर भी इसे कम उर्वरक की आवश्यकता होगी।

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यह किसानों को कब उपलब्ध होगा

विश्वविद्यालय की प्रयोगशाला में सफल होने के बाद इसे अगस्त 2023 में उदयपुर के महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय स्थित गेहूं एवं गेहूं विशेषज्ञों की अखिल भारतीय कार्यशाला में भेजा गया था। वहां से भी इसे हरी झंडी मिल गई है। राष्ट्रीय बीज विकास निगम से भी हरी झंडी मिल चुकी है, विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जल्द ही इस बीज को लेकर अधिसूचना जारी की जा सकती है. इसके बाद इसे भारतीय बीज वितरण निगम और हरियाणा बीज वितरण निगम के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा।

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